2025-07-04
कई लोग जीवन में कठिन परिश्रम करते हैं, फिर भी उन्हें मनचाही सफलता नहीं मिलती। क्या आपने कभी सोचा है कि यह केवल कर्म का परिणाम है, या कुछ और भी वजहें हो सकती हैं? वास्तु, ग्रहों की चाल, आपकी ऊर्जा और मंत्र शक्ति – ये सभी अदृश्य शक्तियाँ आपके भाग्य को प्रभावित करती हैं।
एक ऐसा सिद्ध मंत्र, जो आपके अंदर नई ऊर्जा, आत्मबल और सौभाग्य ला सकता है।
तीन खास उपाय जो ग्रहों को शांत करते हैं और सफलता के द्वार खोलते हैं।
कैसे विद्यार्थियों, बिज़नेस करने वालों और नौकरीपेशा लोगों के लिए यह मंत्र संजीवनी बन सकता है।
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं लक्ष्मी नारायणाय नमः”
इस मंत्र में पाँच विशेष बीज मंत्र (बीजाक्षर) समाहित हैं जो पांच अलग-अलग शक्तियों को जाग्रत करते हैं:
| बीज मंत्र | शक्ति | उद्देश्य |
|---|---|---|
| श्रीं | लक्ष्मी शक्ति | धन और समृद्धि |
| ह्रीं | शक्ति/महाशक्ति | आंतरिक ऊर्जा और इच्छाशक्ति |
| क्लीं | कामबीज | आकर्षण और सफलता |
| ऐं | सरस्वती बीज | बुद्धि और स्पष्टता |
| लक्ष्मी नारायणाय | विष्णु-लक्ष्मी | व्यवस्था और सौभाग्य |
प्रतिदिन सुबह सूर्य उदय के बाद या काम पर जाने से पहले 11 बार जप करें।
शांत मन से, उत्तर-पूर्व दिशा में मुख करके बैठें।
मंत्र जप के दौरान हल्का सफेद या पीला वस्त्र पहनें।
मंत्र शक्ति के साथ कुछ सरल ज्योतिषीय और धार्मिक उपाय करने से परिणाम और भी तेज मिलते हैं। ये उपाय आपके ग्रहों को संतुलित करते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह तेज करते हैं।
दक्षिण दिशा यम दिशा मानी जाती है।
इस दिशा में देखते हुए काम करने से निर्णय शक्ति कमजोर होती है।
हमेशा पूर्व, उत्तर या ईशान कोण की ओर मुख करके पढ़ाई या ऑफिस का कार्य करें।
हनुमान जी मंगल ग्रह के कारक हैं।
यह उपाय विशेषकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जिनकी कुंडली में मंगल अशुभ है।
इससे आत्मविश्वास, साहस और कार्य सिद्धि की शक्ति बढ़ती है।
यह बृहस्पति ग्रह का विशेष उपाय है।
बृहस्पति शिक्षा, गुरु, ज्ञान और मार्गदर्शन का कारक है।
यह उपाय विशेष रूप से विद्यार्थियों और प्रोफेशनल्स के लिए लाभकारी है।
यदि आपकी कुंडली में दसवें (कर्म भाव) में राहु, शनि, केतु जैसे ग्रह हों, तो देरी संभव है।
यदि बृहस्पति या चंद्रमा नीच के हों तो आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता कम हो जाती है।
बीज मंत्र आपकी मूलाधार से सहस्रार चक्र तक ऊर्जा को जगाते हैं।
ये आपकी अंतःचेतना को ग्रहों की शुभ शक्ति से जोड़ते हैं।
विशेष रूप से यह मंत्र धन भाव (2nd), भाग्य भाव (9th) और कर्म भाव (10th) पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
यदि आप पढ़ते हैं लेकिन ध्यान नहीं लगता, याद किया हुआ भूल जाते हैं या परीक्षा में नंबर कम आते हैं:
यह मंत्र पढ़ाई के पूर्व जपें।
ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में स्टडी टेबल लगाएं।
स्टडी टेबल पर पीले फूल, सरस्वती माँ की तस्वीर और तांबे का गिलास रखें।
यदि कार्यस्थल पर आपको पहचान नहीं मिलती, प्रमोशन रुक गया है या बॉस से टकराव है:
प्रतिदिन कार्यस्थल जाने से पहले मंत्र जपें।
मंगलवार को हनुमान मंदिर में 1 नारियल चढ़ाएं।
यदि व्यापार में ग्राहक नहीं आते, लाभ नहीं हो रहा, बार-बार नुकसान होता है:
दुकान/ऑफिस के प्रवेश द्वार पर हल्दी का छींटा दें।
उत्तर दिशा में हरे पौधे लगाएं और मंत्र का जप कार्य शुरू करने से पहले करें।
रोज़ाना एक ही समय पर मंत्र जप करें।
जप संख्या: कम से कम 11 बार, अधिकतम 108 बार।
जप के समय मन में पूर्ण श्रद्धा होनी चाहिए।
यदि आप इस मंत्र का 21 दिनों तक लगातार जप करते हैं, तो इसके प्रभाव को आप स्पष्ट रूप से महसूस करेंगे।
शरीर में हल्कापन, आत्मविश्वास में वृद्धि और मानसिक स्पष्टता आने लगेगी।
मंत्र जप के समय मन चंचल न हो।
मोबाइल या टीवी देखते हुए मंत्र जप न करें।
मंत्र का गलत उच्चारण न करें – यदि शुद्ध उच्चारण में कठिनाई हो तो किसी गुरु से सीखें।
| क्षेत्र | मंत्र जप | उपाय |
|---|---|---|
| पढ़ाई | रोज़ 11 बार | पीले फूल, सरस्वती पूजा, स्टडी नियम |
| नौकरी | कार्य से पहले | हनुमान जी को सिंदूर, शुभ दिशा |
| व्यापार | सुबह दुकान खुलने से पहले | उत्तर दिशा सजावट, गुरुवार दान |
| मानसिक शक्ति | ध्यान के साथ | एकांत स्थान, चंदन का दीप |
सफलता सिर्फ बाहरी प्रयासों से नहीं मिलती – यह एक आंतरिक ऊर्जा, सही दिशा और दिव्य समर्थन का परिणाम होती है। जब आप रोज़ “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं लक्ष्मी नारायणाय नमः” का जप करते हैं, तो आप न केवल अपने मन को शांत करते हैं, बल्कि ब्रह्मांड की सकारात्मक ऊर्जा को अपने जीवन में बुलाते हैं।
"अगर आप बहुत मेहनत कर रहे हैं लेकिन सफलता दूर है, तो इसका कारण आपकी ऊर्जा का अव्यवस्थित होना भी हो सकता है।"
इस सिद्ध मंत्र और उपायों के साथ आपका भाग्य, निर्णय शक्ति, और आत्मबल – सब कुछ सकारात्मक रूप से बदल सकता है।
आज से ही शुरुआत करें और जीवन में आने वाले छोटे-छोटे चमत्कारों को महसूस करें।
क्योंकि जब आपकी ऊर्जा, मंत्र और दिशा सही होती है – तब समय भी आपके पक्ष में चलने लगता है।
---------------------------------------------------------------------------------------------------------
ज्योतिष, वास्तु और वैदिक समाधान – एक ही स्थान पर
जीवन की हर समस्या का सटीक समाधान – शास्त्र सम्मत मार्गदर्शन द्वारा
विशेषताएं: अनुभवी व प्रमाणित विशेषज्ञ वैदिक विधियों पर आधारित सटीक उपाय
संपर्क करें: प्रो. कार्तिक रावल
https://www.profkartikhrawal.com/
ऑनलाइन व व्यक्तिगत अपॉइंटमेंट उपलब्ध धार्मिकता और विज्ञान का समन्वय – आपके जीवन को नई दिशा देने के लिए
Name Sangeeta Sharma. Shri Bhagya Mantra Astrology Research Centre. Where accurate assessment is possible only through new research and ancient practice, astrology is an important science of ancient knowledge. I Sangeeta Sharma have been a practitioner of this method for the last 30 years. During the practice of 3 decades, I found that the foundation pillar of this ancient method of reading time has been the principles espoused by many scholars including Maharishi Parashar, Maharishi Bhrugu, and Varamihir. And studying the formula is helpful for future calculations.
I am doing new research work every day for accurate and precise assessment of horoscope. This is the reason that while adopting the true respect for the knowledge tradition of our sages, the very modern times have also followed Krishnamurti method's Bhaskaran and Lal Kitab. Horoscope is a complex subject. To give accurate answers to a person's questions, new and old knowledge has to be combined. It is very important to adopt it equally, considering this need as a sadhna, I am engaged in astrologer's service. Jajman. Satisfaction of my major is due 20 / I am also working in social service.
Please Vist Our Best Brand Astrologer's
Consectetur adipiscing elit, sed do eiusmod
tempor incididuesdeentiut labore
etesde dolore magna aliquapspendisse and the gravida.
Here You Can See Daily Updates For Any Event, Astrology, Your Life
© Copyright 2022-2023 allso.in Designed by Ved Shastra Astro Pvt. Ltd.